(ध्यान दे :- लोगो की बेबाक टिप्पणियों ने लिखने को मजबूर किया है, वरना मेरा कोई इरादा नही था ।)
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"ओये ..उसने ऑरेंज कलर की शर्ट पहनी हुई है, हिन्दू है पक्का !"
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हाँ और वो मुसलमान क्यूंकि उसने हरे रंग की पहनी हुई है "
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मतलब हद हो गयी भई ...दरअसल गलती तुम्हारी है ही नही , ये तो मानसिकता भर ही ऐसे कूट के दी है कि तुम भी इसे चाह कर भी नही निकाल सकते । इस पर मुझे एक फ़िल्म का संवाद याद आ रहा है - "माना कि आज लोगो ने धर्म को रंगो में बाँट दिया है मगर धर्म का तो कोई रंग नही होता ना।"
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वैसे अगर ऐसे होने लगा तो संतरा को केवल हिन्दू खाएंगे और अमरुद को सिर्फ मुसलमान । खैर मुझे चिंता तो तरबूज की है जो है बाहर से हरा और अंदर से लाल .. उसे कौन खायेगा ???
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