Friday, 13 April 2018

BRAC Cricket League Season- 2 (2017)


BRAC Cricket League
Season- 2 (2017)

डॉ० भीमराव अंबेडकर कॉलेज क्रिकेट लीग का दूसरा संस्करण 9 जनवरी 2017 से 12 जनवरी 2017 तक
आयोजित किया गया क्रिकेट लीग के इस दूसरे संस्करण के आयोजक राजीव भाटी, रणजीत राणा और उज्जवल शर्मा थे। क्रिकेट लीग के दूसरे संस्करण के नियम एवं शर्तें इस प्रकार थी :-

नियम व शर्तें
1) हर टीम को रजिस्ट्रेशन शुल्क के तौर पर 15 सो रुपए की एंट्री फीस देनी होगी।
2) सभी टीमें 4 ग्रुप में बांटी जाएंगी प्रत्येक ग्रुप के शीर्ष टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी।
3) हर ग्रुप की पॉइंट्स टेबल रन अंकों के आधार पर निर्धारित की जाएगी सर्वाधिक अंक वाली टीम ही
सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेगी। दो टीमों के समान अंक होने की स्थिति में नेट रनरेट से शीर्ष टीम का
फैसला होगा।
4) प्रतिदिन चार मैच खेले जाएंगे हर रोज एक ग्रुप का एक मैच होगा।
5) सभी टीमों का निर्धारित समय पर मैदान पर मौजूद होना आवश्यक है, देरी या ज़्यादा देरी होने पर पेनल्टी
के तौर पर विरोधी टीम को जीत भी दी जा सकती है। आयोजक समिति का निर्णय अंतिम होगा।
6) टूर्नामेंट फ़्लैश की गेंद से खेला जाएगा लीग के सभी मैच 8 ओवर के जबकि सेमीफाइनल और फाइनल 10
ओवर के होंगे।
7) सभी मैच जाने-माने अंपायर एवं रैफरी की मौजूदगी में होंगे, अंपायर का निर्णय सर्वमान्य होगा।
8) कोई भी अपनी टीम बना सकता है ऐसा जरूरी नहीं कि वह किसी डिपार्टमेंट विशेष से ही हों, अर्थात उस
टाइम में किसी एक ही डिपार्टमेंट के सभी खिलाड़ी होने आवश्यक नहीं है। एक ही टीम में विभिन्न डिपार्टमेंट के
खिलाड़ी भी हो सकते हैं।
9) रजिस्ट्रेशन के समय हर टीम को अपने 15 खिलाड़ियों की सूची जिसमें तीन लड़कियां भी शामिल होंगी देनी
होंगी। प्लेइंग इलेवन में 2 लड़कियां भी शामिल होंगी।
10) एक खिलाड़ी एक ही टीम से खेल सकता है, यदि उस खिलाड़ी की टीम बाहर हो जाती है तो वह खिलाड़ी
किसी अन्य टीम से नहीं खेल सकेगा/सकेगी।
इलेवन) महाविद्यालय के पासआउट भी अलाउड है। टूर्नामेंट के समापन के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में
मोस्ट रन स्कोरर, मोस्ट विकेट टेकर, बेस्ट कैच, मैन ऑफ द टूर्नामेंट, वुमेन ऑफ द टूर्नामेंट जैसे विशेष पुरस्कार
दिए जाएंगे।

अंबेडकर कॉलेज के इस Intra college Cricket प्रतियोगिता में निश्चित समय तक कुल 12 टीमों ने रजिस्टर्ड
किया। जो इस प्रकार थी आयोजन समिति ने इन 12 टीमों को 4 ग्रुप्स ए, बी, सी और डी में विभाजित किया।
जो इस प्रकार है:-

ग्रुप-ए
सुपर किंग्स
सोशल क्रूसेडर्स
हीटिंग्स हरिकेंस

ग्रुप-बी
कॉमर्स स्पार्टंस
राठी गैंगस्टर
किंग्स इलेवन गुर्जर

ग्रुप-सी
डेविल्स इलेवन
एनसीसी वारियर्स
फ्रेशेर्स फायर

ग्रुप-डी
राइजिंग ड्रैगन्स
पैन्थर्स
जियोग्राफर्स

पहला दिन
पहला मैच सुपर किंग्स बनाम हीटिंग्स हरिकेंस। क्रिकेट लीग के दूसरे संस्करण के इस पहले मैच में सुपर किंग्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए हीटिंग्स हरिकेंस ने निर्धारित 8 ओवरों में 82 रन का स्कोर खड़ा किया। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी सुपर किंग्स की टीम ने सातवें ओवर में ही 83 रन के लक्ष्य को 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस तरह सुपर किंग्स ने ब्राक क्रिकेट लीग के दूसरे संस्करण के इस पहले मैच को 7 विकेट से जीत लिया हासिल कर लिया।
दूसरा मैच कॉमर्स स्पार्टन बनाम राठी गैंगस्टर। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी । की टीम ने
निर्धारित 8 ओवरों में 84 रन का लक्ष्य दिया। जिसे पिछले सीजन की उपविजेता कॉमर्स स्पार्टन ने मात्र 5
ओवरों में 1 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। इस तरह कॉमर्स स्पार्टन ने अपने इस लीग की शुरुआत भी धमाकेदार की और उसने अपना पहला ही मैच 9 विकेट से जीत लिया।
तीसरा मैच डेविल्स इलेवन बनाम फ्रेशर्स फायर पहले दिन का तीसरा मैच पिछले वर्ष की विजेता टीम डेविल्स
इलेवन और फ्रेशर्स फायर के बीच हुआ। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी डेविल्स की टीम ने निर्धारित
8 ओवरों 100 रन का लक्ष्य विरोधी टीम को दिया। जवाब में विरोधी टीम 8 ओवर में सिर्फ 77 रन पर सिमट
गई। परिणाम इस तरह डेविल्स इलेवन ने अपना पहला मैच 22 रनों से जीत कर अपने विजय रथ को जारी
रखा।
चौथा मैच राइजिंग ड्रैगन्स बनाम पैंथर्स पहले दिन का चौथा और आखरी मैच राइजिंग ड्रैगन्स और पैंथर्स के
बीच हुआ। पैंथर्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी लेने का फैसला किया। पैंथर्स ने राइजिंग ड्रैगन से 8 ओवर में
मिले 130 रन के लक्ष्य को आठवें ओवर में हासिल करके 7 विकेट से विजय हासिल की। उससे पहले टॉस
हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राइजिंग ड्रैगन्स की टीम ने निर्धारित 8 ओवर में 129 रन का स्कोर खड़ा
किया था। परिणाम पैंथर्स 7 विकेट से विजय।


दूसरा दिन
पहला मैच एनसीसी वारियर्स और फ्रेशर्स फायर के बीच हुआ। एनसीसी वारियर्स ने टॉस जीतकर पहले
गेंदबाजी करने का निर्णय लिया फ्रेशेर्स फायर की टीम निर्धारित 8 ओवरों में 7 विकेट खोकर मात्र 7 रन बना
पाई। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी एनसीसी वारियर्स की टीम ने पांचवें ओवर में ही इस आसान लक्ष्य को
हासिल करके 8 विकेट से यह मैच अपने नाम कर लिया।
दूसरा मैच सोशल क्रूसेडर्स और हीटिंग्स हरिकेंस के बीच हुआ। सोशल क्रूसेडर्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी
करते हुए 8 ओवर में 109 रन का स्कोर बनाया। 110 रन का लक्ष्य का पीछा करने उतरी हीटिंग्स हरिकेंस की
टीम ने अच्छी शुरुआत के साथ 110 रन के इस लक्ष्य को आठवें ओवर में 1 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस तरह दूसरे दिन के दूसरे मैच को हीटिंग्स हरिकेंस ने 9 विकेट से जीत लिया।

तीसरा मैच राठी गैंगस्टर और किंग्स इलेवन गुर्जर के बीच हुआ। राठी गैंगस्टर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8
ओवर में 150 रन का स्कोर खड़ा किया। 151 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए किंग्स इलेवन गुर्जर ने यह मैच 7
विकेट से जीत लिया।


तीसरा दिन
लीग मुकाबलों का आखिरी दिन।
तीसरे दिन का पहला मैच सोशल क्रूसेडर्स और सुपर किंग्स के बीच खेला गया। सोशल क्रूसेडर्स ने टॉस जीतकर
पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। सुपर किंग्स ने बल्लेबाजी करते हुए 8 ओवर में 114 रन का स्कोर
बनाया। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी सोशल क्रूसेडर्स की टीम निर्धारित 8 ओवर में 107 रन पर सिमट गई।
इस तरह सुपर किंग्स ने यह मैच 7 रन से जीत लिया।
दूसरा मैच डेविल्स इलेवन और एनसीसी वारियर्स के बीच खेला गया। पहले बल्लेबाजी करने उतरी एनसीसी
वारियर्स ने निर्धारित 8 ओवर में 108 रन का लक्ष्य डेविल्स की टीम को दिया। जिसे डेविल्स ने सिर्फ 1 विकेट
खोकर 7 वें ओवर में ही हासिल कर लिया। इस तरह डेविल्स ने अपना लीग चरण का यह दूसरा मैच 9 विकेट
से जीतकर सेमीफाइनल में सीधा प्रवेश किया।
तीसरा मैच पैंथर्स और जियोग्राफर्स की टीम के बीच खेला गया, जिसको पैंथर्स उसने 59 रन से जीतकर
सेमीफाइनल में सीधा प्रवेश किया।
तीसरे दिन का चौथा और आखरी मैच कॉमर्स स्पार्टंस और किंग्स इलेवन गुर्जर के बीच खेला गया। कॉमर्स
स्पार्टंस में 8 ओवर में 149 रन बनाए 150 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी गुर्जर की टीम 7 ओवर में मात्र
80 रन पर ढेर हो गई। इस तरह कॉमर्स स्पार्टंस ने यह मैच 51 रन से जीतकर सेमीफाइनल में अपनी जगह
पक्की की।
BRAC क्रिकेट लीग के दूसरे संस्करण मैं 12 टीमों के 3 दिन तक चले LEAGUE मुकाबलों के बाद आखिरकार
वह चार टीमें सामने थी जिन्होंने सेमीफाइनल में सीधा प्रवेश किया था। यह चार टीमें निम्न थी:-
पैंथर्स
कॉमर्स स्पार्टंस
सुपर किंग्स
डेविल्स इलेवन (पहले संस्करण की विजेता)


सेमीफाइनल (Semifinals)

11 जनवरी यानी टूर्नामेंट का चौथा दिन पहला सेमीफाइनल पैंथर्स और कॉमर्स स्पार्टंस के बीच हुआ। यह
टूर्नामेंट का अब तक का शायद सबसे ज़्यादा मनोरंजन करने वाला मैच था। इस पहले सेमीफाइनल में कॉमर्स
स्पार्टंस ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया, जो उन पर ही भारी पड़ा टॉस हारकर पहले
बल्लेबाजी करने उतरी पैंथर्स की टीम ने निर्धारित 10 ओवर में 196 रनों का एक बड़ा लक्ष्य विरोधी टीम के
सामने रखा। 197 रनों के पहाड़ से स्कोर का पीछा करने उतरी कॉमर्स स्पार्टंस की टीम उस समय 5 ओवर में
62 रन बनाकर खेल रही थी, जब स्थिति को भागते हुए कॉमर्स स्पार्टंस टीम के कप्तान रोहित चौधरी ने उसी
समय इस मैच को और अपनी पारी को घोषित करने का फैसला किया। यह शायद इस टूर्नामेंट का अब तक का
पहला और ऐतिहासिक मैच था जब बीच मैच के चलते यूं कहें कि मैच के बीच में किसी कप्तान ने अपनी पारी
को घोषित किया हो। एक समय के लिए लग रहा था मानो या कोई सीमित ओवरों का क्रिकेट मैच नहीं बल्कि
टेस्ट क्रिकेट मैच इस तरह पैंथर्स ने यह ऐतिहासिक मैच 127 रनों से जीत लिया। इससे पहले टॉस हारकर पहले
बल्लेबाजी करने उतरी टीम का कप्तान नीरज भड़ाना और रवि कांत ने सधी हुई शुरूआत दी। नीरज भड़ाना ने
17 गेंदों में 2 चौके और 7 छक्कों की मदद से 56 रन बनाए। वहीं दूसरी ओर क्रिकेट लीग के इतिहास में पहली
बार इस मैच में शतक देखने को मिला, जिसमें पैंथर्स की टीम के रवि कांत ने 3 चौके और 16 छक्कों की मदद से
34 गेंदों में इलेवन7 रनों की शानदार पारी खेलकर टीम को पहाड़ जैसा लक्ष्य बनाने में अहम योगदान दिया।
पैंथर्स की टीम की पारी में मानो चोक्कों-छक्कों की बरसात हो रही थी। दर्शक दीर्घा से सभी लोग तालियां
बजाकर और शोर मचा कर बल्लेबाजों का उत्साहवर्धन कर रहे थे। पहाड़ से इस लक्ष्य को पीछा करने उतरी
कॉमर्स स्पार्टंस की टीम दबाव के चलते मात्र 5 ओवर में 62 रन ही बना सकी थी। जब उनके कप्तान रोहित
चौधरी ने अपनी पारी को घोषित कर दिया। इस तरह पिछले संस्करण की उपविजेता टीम कॉमर्स स्पार्टंस का
विजय रथ इस संस्करण में यहीं थम गया और पैंथर्स ने सीधे फाइनल में प्रवेश कर लिया। पैंथर्स की टीम के रवि
कांत को इलेवन7 रन की धमाकेदार पारी और 3 विकेट लेने के चलते उन्हें इस मैच का मैन ऑफ द मैच
पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

दूसरा सेमीफाइनल सुपर किंग्स और डेविल्स इलेवन के बीच खेला गया। पहले बल्लेबाजी करते हुए डेविल्स
इलेवन की टीम ने निर्धारित 10 ओवर में 163 रन का स्कोर विरोधी टीम के सामने खड़ा किया। जवाब में सुपर
किंग्स की पूरी टीम 10 ओवर में मात्र 84 रन पर ढेर हो गई। उससे पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी
डेविल्स इलेवन की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने अपने शुरुआती 2 बल्लेबाज सैंडी और कप्तान
प्रकाश को सस्ते में खो दिया। लेकिन दूसरे छोर पर वीर बैसला ने पारी को संभाले रखा और 18 गेंदों में 59 रन
की नाबाद पारी खेली। बाकी का काम गौरव बख्शी ने 15 गेंदों पर अपनी 53 रन की नाबाद पारी के दम पर
कर दिया इस तरह डेविल्स की टीम ने 164 रन का लक्ष्य सुपर किंग्स की टीम को दिया। बल्लेबाजी में कुछ
खास नहीं कर सके सैंडी ने इस मैच में गेंदबाजी के दम पर अपने जोहर दिखाएं और उन्होंने 3 विकेट लेकर
विरोधी टीम के बल्लेबाजों को अपने चंगुल से निकलने नहीं दिया। ओवर-ओवर बढ़ती रनगति के चलते विरोधी
टीम दबाव नहीं झेल सके और पूरी टीम 10 ओवर में मात्र 84 रन पर ढेर हो गई। इस तरह 79 रन से यह मैच
जीतकर डेविल्स की टीम ने लगातार दूसरी बार फाइनल में प्रवेश किया। वीर बैंसला को उनकी शानदार पारी
के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।

फाइनल (Final)
फाइनल मैच सेमीफाइनल के अगले दिन यानी 13 जनवरी 2017 को होना था, लेकिन आयोजन समिति एवं
टीम के कप्तानों के बीच हुए एक छोटे से विवाद के चलते सेमीफाइनल के दिन ही फाइनल कराने का निर्णय
लिया गया और इस तरह 2 सेमीफाइनल के बाद तीसरा मैच यानी फाइनल खेलने के लिए पैंथर्स और डेविल्स
इलेवन की टीम पूरी तरह मैदान पर तैयार थी। शाम के लगभग 4:00 बजे दोनों टीम के खिलाड़ी एवं स्टाफ
ग्राउंड पर मौजूद जल्द ही होने वाले अंधेरे को देखते हुए मैच को 8 ओवर का निर्धारित किया गया। थोड़ी देर
बाद ही मैच शुरू हुआ पैंथर्स की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पैंथर्स के इस
फैसले के पीछे शायद दूसरी पारी के दौरान खराब रोशनी का डर था, लेकिन शायद किस्मत को कुछ और ही
मंजूर था, पहले बल्लेबाजी करते हुए पैंथर्स की टीम ने क्रिकेट लीग के दूसरे संस्करण के इस फाइनल में
निर्धारित 8 ओवर में 4 विकेट खोकर 116 रन का स्कोर बनाया। जिसमें हिमांशु ने 36 रन और विनीत ने 18
रनों का योगदान दिया। 117 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी डेविल्स इलेवन की टीम ने कप्तान प्रकाश को
15 रन के निजी स्कोर पर खो दिया, लेकिन उसके बाद संदीप यानी सैंडी ने पारी को संभाला और 22 गेंदों में
2 चौके और 10 छक्कों की मदद से 75 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। सैंडी के साथ वीर बैंसला ने उनका
बखूबी साथ दिया और मात्र 3 गेंदों में 2 छक्कों की मदद से 12 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम
भूमिका निभाई। इस तरह डेविल्स इलेवन ने लगातार दूसरी बार ब्राक क्रिकेट लीग टूर्नामेंट अपने नाम किया या
यूं कहें की हिंदी पत्रकारिता विभाग ने लगातार दूसरी बार यह क्रिकेट लीग अपने नाम की। क्योंकि पिछली
साल के कप्तान और इस साल के उपकप्तान कपिल पंवार ने पहली बार यह क्रिकेट लीग Devils इलेवन टीम के
नाम की थी (ब्राक क्रिकेट लीग-2016) तथा इस बार कप्तान प्रकाश कुमार ने अपनी कप्तानी के दम पर यह
टूर्नामेंट जीता तथा ज्ञात हो कि यह दोनों ही कप्तान हिंदी पत्रकारिता विभाग के छात्र हैं। इस तरह हम कह
सकते हैं कि हिंदी पत्रकारिता विभाग ने लगातार दूसरी बार क्रिकेट टूर्नामेंट अपने नाम किया। इस मैच में 75
रन और 1 विकेट लेने वाले सैंडी को इस मैन ऑफ द मैच पुरस्कार से नवाजा गया।

पुरस्कार वितरण समारोह (Award Ceremony)
फाइनल से अगले दिन आयोजक समिति ने पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जिसमें विजेता उपविजेता मैन ऑफ द टूर्नामेंट सर्वाधिक रन सर्वाधिक विकेट सर्वश्रेष्ठ कैच और वुमन ऑफ द टूर्नामेंट जैसे पुरस्कार दिए गए विजेता की ट्रॉफी लगातार दूसरी बार डेविल्स 23:00 के खाते में गई जबकि इस बार उपविजेता टीम टेंथ रही मैन ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार 156 रन 19 छक्के और 6 विकेट लेने वाले डेविल्स 11 टीम के संदीप सैनी यानी सैंडी को मिला देवी 11 दिन की ही महिला खिलाड़ी प्रिया जुनेजा को वुमन ऑफ द टूर्नामेंट के खिताब से नवाजा गया सैंडी ने 156 रनों के साथ सर्वाधिक रनों की ट्रॉफी भी अपने नाम की टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा टिकट लेने का पुरस्कार रोहित चौधरी को मिला जिन्होंने 8 विकेट लेकर अपनी टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ कैच का पुरस्कार कॉमर्स स्पार्टंस के फील्डर मनीष पांडे को मिला इस तरह बीआरसी क्रिकेट लाइव के दूसरे संस्करण का सफल आयोजन समाप्त हुआ पुरस्कार समारोह वितरण के समय सभी टीमों के प्रमुख खिलाड़ी आयोजक समिति के अध्यक्ष उपाध्यक्ष इसको एंपायर रिकॉर्डर एवं महाविद्यालय के कुछ अन्य महत्वपूर्ण व्यक्ति मौजूद थे



Wednesday, 4 April 2018

Rapping / रैपिंग ?

Pic credit- Know Your Meme
Rap, ये शब्द सुनते ही बेशक हमारे मन में यो यो हनी सिंह और बादशाह समेत तमाम वो सारे नाम दौड़ने लगते है जो आज रैप इंडस्ट्री में ट्रेंडिंग है। आज देश का बच्चा-बच्चा रैपिंग से वाकिफ़ है क्योंकि पिछले पांच-छः वर्षो के दौरान रैप ने पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से होते हुए इतनी ज्यादा तरक्की की है कि आज बॉलीवुड की इक्का दुक्का ही कोई ऐसी फ़िल्म आती है जिसमें एक भी रैप ट्रैक ना हो। खैर भारत मे रैप संस्कृति (Rap culture) को समझने से पहले हमें इतना जान लेना आवश्यक है कि रैपिंग, जो कि आज संगीत की एक विधा के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है, की जड़ें अफ्रीका से जुड़ी हुई है जहां घुम्मकड़ कहानीकार आज की रैपिंग शैली में अपने पूर्वजो की गाथाएं लोगो को सुनाया करते थे (जैसे उत्तर भारत मे भाट)। अफ्रीका से एवं पश्चिमी देशों से होते हुए रैप कल्चर दक्षिण एशिया में पहुंचा। पश्चिमी देशो में रैपर्स ने रैप को सामाजिक मुद्दों में एवं खराब सरकारी तंत्र के खिलाफ अभिव्यक्ति के माध्यम के रूप में प्रयोग किया।

             यूं तो भारत मे रैप का आरम्भ 1990 के दशक से माना जात है जब 'बाबा सहगल' और 'अपाचे इंडियन' जैसे भारतीय रैपर्स ने रैप करना शुरू किया । इसमे कोई दो राय नही कि भारत मे रैपिंग को बेहद लोकप्रिय बनाने के पीछे सबसे बड़ा योगदान 'यो यो हनी सिंह' का है लेकिन मेरे ख्याल से, इंडिया में अगर कोई सबसे पहले हिप हॉप रैप लेके आया है तो वो है पंजाबी रैपर 'बोहेमिआ'। देसी हिप हॉप, जिसका मतलब भारतीय उपमहाद्वीप में होने वाली हिप हॉप रैप से है, भी बोहेमिआ की ही पैदावार है। बॉलीवुड में रैप पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से होते हुए आयी है और इस सफर में रैपर्स ने रैप के वास्तविक उद्देश्य को धूमिल कर दिया है।

              रैप के बारे में ज्यादातर लोगों की समझ सिर्फ यहां तक सीमित है कि एक चलते गाने के बीच मे किसी भी रैपर का कुछ भी बड़बड़ाकर चले जाना ही रैप है। इस सोच के पनपने की पीछे की सबसे बड़ी वजह ही मैनस्ट्रीम के वो रैपर्स है जिन्होंने रैप को सिर्फ और सिर्फ पैसा-नशा-प्यार तक सीमित रखा है। इन्ही वजहों से भारत मे रैप हंसी का पात्र बनती हुई दिखाई देती है जबकि अमेरिका में 'एमिनेम' नाम का रैपर एक या दो नही बल्कि 15 बार संगीत की दुनिया का सबसे बड़ा पुरुस्कार 'ग्रैमी' और 2 बार 'ऑस्कर' जीत चुका है।

              भारत मे रैप की इस खराब हालत के बावजूद अब भी रफ़्तार (Raftaar) और 'नेज़ी' (Naezy), 'डिवाइन (Divine)',  'डिनो जेम्स (Dino James) और कृसना (Krsna) समेत कुछ अंडरग्राउंड रैपर्स है जिन्होंने सचमुच असली रैप की साख को बचाकर रखा हुआ है। खैर तमाम तरह के उपहास,अवहेलनाओं ओर विरोधों के बावजूद रैपिंग भारत मे पैर पसार रही है।

               एक जाने माने रैपर 'Jazzy Z' ने कहा है "Rap is a poetry।" मैं उनके इस कथन से सौ फीसद सहमत हूं क्योंकि जिस तरह एक लेखक अथवा कवि अपने भावो को शब्दों के माध्यम से कविता के रूप में व्यक्त करता है, ठीक उसी प्रकार एक रैपर भी अपने शब्दों को संगीत और लय-ताल में पिरोकर स्वयं को अभिव्यक्त करता है। तो भारत मे रैप के हाल को देखते हुए मुझे लगता है कि रैपर्स, खासकर मैनस्ट्रीम के रैपर्स, को रैपिंग के असली मायनो को समझते हुए वही करना चाहिए जिसके लिए वास्तव में रैप का उदय हुआ था ना कि सिर्फ पैसा-नशा-प्यार के लिए। बाकी रैप कल्चर बढ़ तो रहा ही है लेकिन, बढ़ती गंदगी भी है और सफाई भी, और हम सब जानते है कि दोनो में फर्क है।

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370 की संपत्ति

जम्मू & कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A का हटना बेशक एक ऐतिहासिक और साहसिक फैसला है लेकिन मेरा मानना ये है कि सारे नियम कानून ठीक, बस ...